
Different types of benefits of onion.
प्याज के विभिन्न प्रकार के लाभ।
अंग्रेजी: Onion (Winter Leech)
सामान्य नाम: प्याजी, प्याज, कांदा, पलानदु
उपयोगी औषधीय अंग : संपूर्ण पौधा का कंद प्रयुक्त होता है।
प्राकृतिक स्थान
It is cultivated everywhere. It is obtained in abundance.
सभी जगह इसकी खेती होती है। यह बहुतायत से प्राप्त होता है।
औषधीय गुण एवं धर्म
चरपरी, बलकारक, कफ, पित्त नाशक, भारी, रोचक, वमन, शीतल, कफ को दूर करने वाला, दीपन, वीर्य वर्धक इत्यादि।
उपयोगिता
- प्याज के बीज का भाग गरम करके कान में रखने से या ताजा प्याज का रस गरम करके कान में टपकाने से पीड़ा मिटती है।
- असमय रुका हुआ मासिक धर्म कच्चे प्याज को खाने से फिर जारी हो जाता है।
- प्याज को पीसकर बिच्छू के दंश पर लेप करने से शांति मिलती है।
- त्वचा सम्बंधित रोगों पर इसका लेप करने से दाद-खुजली मिट जाते हैं।
- इसके सिरके के साथ पीसकर चटाने से गले का रोग मिटते हैं।
- प्याज का रस और राई का तेल बराबर मिलाकर मालिश करने से गठिया की पीड़ा से लाभ होता है।
- प्याज के रस में घी मिलाकर पीने से पुरुषार्थ बढ़ता है।
- प्याज का 10 टोला रस मिश्री मिलाकर दिन में तीन बार पीने से बवासीर से लाभ होता है।
- प्याज का ताजा रस शरीर पर मलने से लू का असर मिटता है।
- प्याज का रस नाक में टपकाने से नकसीर बंद हो जाती है।
- प्याज का रस आँख में लगाने से नेत्र पीड़ा मिटती है। प्याज के रस में शहद मिलाकर अंजन करने से नेत्र पीड़ा व नजला मिटकर आँख की ज्योति बढ़ती है।
मात्रा (Quantity)
- रस 10 से 20 मि. ग्राम तक।
ध्यान रखें कि प्राकृतिक उत्पाद हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं और खुराक महत्वपूर्ण हो सकते हैं। उपयोग करने से पहले अपने फार्मासिस्ट या चिकित्सक या अन्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करें।